पंचक सन् 2025
Panchak Year 2025
वर्ष 2025 में पंचक
पंचक क्या होता है? पंचक किसे कहते हैं?
जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, और रेवती नक्षत्र में होता है, तो उस समय को पंचक कहते हैं। यह अवधि लगभग पांच दिनों की होती है। ज्योतिष में पंचक को शुभ नहीं माना जाता है। पंचक के दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है। पंचक के दौरान व्यक्ति की मृत्यु भी अशुभ मानी जाती है और माना जाता है कि उस क्षेत्र और मृत व्यक्तिय के सम्बन्धियों में उस पंचक के दौरान लगातार पांच व्यक्तियों की मृत्यु होगी।
पंचक के प्रकार:
रविवार को पड़ने वाला पंचक रोग पंचक कहलाता है।
सोमवार को पड़ने वाला पंचक राज पंचक कहलाता है।
मंगलवार को पड़ने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है।
शुक्रवार को पड़ने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है।
शनिवार को पड़ने वाला पंचक मृत्यु पंचक कहलाता है।
जनवरी में पंचक का समय
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जनवरी महीने में पंचक का आरम्भ और पंचक का अंत |
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3 जनवरी 2025, शुक्रवार को रात्रि में 12 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 7 जनवरी 2025, मंगलवार को शाम 5 बजकर 57 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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30 जनवरी 2025, गुरुवार को सुबह में 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर 3 फरवरी 2025, सोमवार को रात्रि 2 बजकर 1 मिनट पर पंचक समाप्त। |
फरवरी में पंचक का समय
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फरवरी महीने में पंचक का आरम्भ और पंचक का अंत |
1 |
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30 जनवरी 2025, गुरुवार को सुबह में 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर 3 फरवरी 2025, सोमवार को रात्रि 2 बजकर 1 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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26 फरवरी 2025, बुधवार को रात में 3 बजकर 50 मिनट से पंचक शुरू होकर 3 मार्च 2025, सोमवार को दिन में 10 बजकर 7 मिनट पर पंचक समाप्त। |
मार्च में पंचक का समय
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मार्च महीने में पंचक का आरम्भ और पंचक का अंत |
1 |
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26 फरवरी 2025, बुधवार को रात में 3 बजकर 50 मिनट से पंचक शुरू होकर 3 मार्च 2025, सोमवार को दिन में 10 बजकर 7 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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26 मार्च 2025, बुधवार को दिन में 11 बजकर 43 मिनट से पंचक शुरू होकर 30 मार्च 2025, रविवार को शाम में 6 बजकर 714 मिनट पर पंचक समाप्त। |
अप्रैल में पंचक का समय
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अप्रैल महीने में पंचक का आरम्भ और पंचक का अंत |
1 |
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22 अप्रैल, मंगलवार को रात में 7 बजकर 39 मिनट से पंचक शुरू होकर 26 अप्रैल, शनिवार को रात 2 बजकर 26 मिनट पर पंचक समाप्त।
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मई में पंचक का समय
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1 |
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19 मई, सोमवार को रात में 3 बजकर 37 मिनट से पंचक शुरू होकर 24 मई, शनिवार को दिन 10: बजकर 39 मिनट पर पंचक समाप्त।
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जून में पंचक का समय
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1 |
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16 जून, सोमवार को दिन में 11 बजकर 36 मिनट से पंचक शुरू होकर 20 जून, शुक्रवार को सायं 6 बजकर 55 मिनट पर पंचक समाप्त।
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जुलाई में पंचक का समय
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1 |
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13 जुलाई , रविवार को रात में 7 बजकर 32 मिनट से पंचक शुरू होकर 17 जुलाई , गुरुवार को रात 3 बजकर 9 मिनट पर पंचक समाप्त।
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अगस्त में पंचक का समय
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1 |
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9 अगस्त , शनिवार को रात में 3 बजकर 28 मिनट से पंचक शुरू होकर 14 अगस्त, गुरुवार को दिन 11 बजकर 25 मिनट पर पंचक समाप्त।
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सितंबर में पंचक का समय
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1 |
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6 सितम्बर, शनिवार को दिन में 11 बजकर 17 मिनट से पंचक शुरू होकर 10 सितम्बर, बुधवार को रात 7 बजकर 33 मिनट पर पंचक समाप्त।
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अक्टूबर में पंचक का समय
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1 |
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3 अक्टूबर, शुक्रवार को रात में 7 बजकर 1 मिनट से पंचक शुरू होकर 7 अक्टूबर, मंगलवार को रात 3 बजकर 42 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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30 अक्टूबर, गुरुवार को रात में 2 बजकर 46 मिनट से पंचक शुरू होकर 4 नवम्बर, मंगलवार को दिन 11 बजकर 50 मिनट पर पंचक समाप्त। |
नवंबर में पंचक का समय
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1 |
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30 अक्टूबर, गुरुवार को रात में 2 बजकर 46 मिनट से पंचक शुरू होकर 4 नवम्बर, मंगलवार को दिन 11 बजकर 50 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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27 नवम्बर, गुरुवार को दिन में 10 बजकर 23 मिनट से पंचक शुरू होकर 1 दिसम्बर, सोमवार को रात 7 बजकर 49 मिनट पर पंचक समाप्त। |
दिसंबर में पंचक का समय
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27 नवम्बर, गुरुवार को दिन में 10 बजकर 23 मिनट से पंचक शुरू होकर 1 दिसम्बर, सोमवार को रात 7 बजकर 49 मिनट पर पंचक समाप्त।
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2 |
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24 दिसम्बर, बुधवार को सायं में 5 बजकर 55 मिनट से पंचक शुरू होकर 28 दिसम्बर, रविवार को रात 3 बजकर 49 मिनट पर पंचक समाप्त। |
भगवान् गणेश सब की मनोकामना पूर्ण करें
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